Monday, March 30, 2009

life hoto aisi

college ------- yaadein

 

pricipal ------ Jaani Dushman

 

classes ------- kabhi kabhi

 

canteen------- kabhi alvida na kehna

 

course -------- godzilla

 

exams -------- kalyug

 

examination hall---- chamber of secret

 

exam-time ---------- qayamat se qayamt tak

 

question paper --------- paheli

 

answer paper ---------- kora kagaz

 

cheating ---------- aksar/chupke chupke

 

paper out ---------- plan

 

examiner ------------- the killer

 

last exam ----------- independence day

 

paper correction --------- andha kanoon

 

marks ----------- assambhav

 

result ----------- murder

 

pass ------------ ajjoba/ chamatkar

 

fail ----------- devdas

 

supplementary ------- aakhri raasta

 

vacation ------------- waah life hoto aisi

 

- Kadia (Orkut)

- Loveable Poet

प्यार का PC

अभी अभी तो प्यार का PC किया है चालु

अपने दिल के Hard Disk पे और कितनी Files डालु

  

अपने चेहरे से रूसवाई की Error तो हटाओ

ऐ जानेमन अपने दिल का Password तो बताओ

  

वो तो हम है जो आप की चाहत दिल मॆं रखते है

वरना आप जैसे कितने Softwares तो बाज़ार में बिकते है

  

रोज़ रात आप मेरे सपने में आते हो

मेरे प्यार को Mouse बना के उंगलियों पे नचाते हो

  

तेरे प्यार का Email मेरे दिल को लुभाता है

पर बीच में तेरे बाप का Virus आ जाता है

  

और करवाओगे हमसे कितना इन्तजार

हमारे दिल की साईट पे कभी Enter तो मारो यार

  

अपने इन्सल्ट का बदला देखो कैसे लुंगा

जानेमन तेरे बाप को Ctrl+Alt+Delete कर दुंगा

  

आपके कई नखरे अपने दिल पे बैंग हो गये

दो PC जुड़ते जुड़ते Hang हो गये

  

आप जैसो के लिये दिल को Cut किया करते है

वरना बाकी केसेस में तो Copy Paste किया करते हैं

  

आपक हँसना आप क चलना आप की वो स्टाईल

आपकी अदाओं की हमने Save कर ली है File

  

जो सदीयों से होता आया है वो रीपीट कर दुंगा

तु ना मिली तो तुझे Ctrl+Alt+Delete कर दुंगा

  

लड़कीयां सुन्दर हैं और लोनली हैं

प्रोब्लम है कि बस वो Read Only हैं

  

- Kadia (Orkut)

- Loveable Poet

એ પ્રેમ છે.

શ્વાસમાં વિશ્વાસ જ્યાં ભેળો મળે એ પ્રેમ છે,

આશનો અવકાશ જ્યાં પણ શૂન્ય છે એ પ્રેમ છે.

 

હક, અપેક્ષા, શક, અહમ્ ના પંક ની વચ્ચેથી કોઈ,

પદ્મ સમ નિર્મળ અગર ખીલી શકે એ પ્રેમ છે.

 

બેકરારી વસ્લ માં, પીડા વિરહ માં કત્લની,

એટલું સમજી શકો કે કેમ છે એ પ્રેમ છે.

 

‘તું નથી’ ની વાસ્તવિક્તા કષ્ટ દેતી બંધ થઈ,

શ્વાસમાં, ઉચ્છવાસ માં બસ, તું વહે એ પ્રેમ છે.

 

બાદબાકી તુજ ની, તારાં સ્પર્શ, યાદો, સાથની,

શેષ મારામાં પછી જે પણ બચે એ પ્રેમ છે.

 

શબ્દ થઈ મુજ શ્વાસ માં બસ તું સદા વહેતી રહે,

આ ગઝલ શબ્દો નથી કંઈ, આ જે છે એ પ્રેમ છે.

 

રાત આખી બેકરારી થઈ મને ડંસતી રહે,

ને સવારે શબ્દ થઈ ચૂમે મને એ પ્રેમ છે.

- Kadia (Orkut)

- Loveable Poet

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